कटनी. कटनी में लुटेरी दुल्हनें सक्रिय हैं. वे जरूरतमंदों को शिकार बनाकर लाखों रुपये लूट रही हैं. इसी तरह के एक मामले में दो दुल्हनें लड़केवालों के सवा दो लाख रुपए लेकर गायब हो गईं. उन्होंने खुद को लड़केवालों के आगे बेचारा सिद्ध किया और ये रुपये शादी के लिए एडवांस ले लिए. शादी से ठीक एक दिन पहले लड़कियां और उनके परिवार वाले फरार हो गए. पुलिस ने इस मामले में दुल्हनों की फर्जी मां, मामा और दो दलालों को गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस ने बताया कि 76 साल के जगदंबा दीक्षित बड़ारी गांव में रहते हैं. उन्होंने कैमोर थाने में शिकायत दर्ज की. उन्होंने बताया कि उनके दो बेटे बसंतलाल दीक्षित और राजेश दीक्षित हैं. दोनों की शादी नहीं हुई है. इसका फायदा उठाकर दो महीने पहले सतना के रहने वाले अरुण कुमार तिवारी उनके घर आए. उनके साथ मनसुख रैकवार भी थे. अरुण तिवारी ने बताया कि सतना के सिंधी कैंप में बबीता तिवारी रहती हैं. उनकी की दो बेटियां हैं. उनके पिता न होने की वजह से आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है.
इस तरह कराई मुलाकात
इधर, जगदंबा भी दोनों बेटों की शादी के लिए रिश्ता ढूंढ ही रहे थे. लड़कीवालों के बुलावे पर वे 23 अक्टूबर को सतना पहुंच गए. यहां उनकी दो मंजिला मकान में बबीता तिवारी से मुलाकात कराई गई. इसके बाद उन्हें उनकी बेटियों साधना तिवारी और शिवानी तिवारी से भी मिलाया गया. जगदंबा को लड़कियां पसंद आ गईं और उन्होंने उसी दिन रिश्ता तय कर दिया.
इस तरह लिए रुपये
दोनों परिवारों के बीच रिश्ता तय होने पर लड़कीवालों को गांव बड़ारी बुलाया गया. बबीता, दोनों बेटियां, केशव प्रसाद मामा, दीपक भाई बनकर पहुंचे. बड़ारी में शादी के पहले की रस्में की गईं और फिर 29 नवंबर को शादी होना तय हुआ. इसके कुछ दिनों बाद आरोपियों ने लड़केवालों से आर्थिक स्थिति खराब होने की बात कही और मामा केशव और भाई बने दीपक ने उनसे 11 नवंबर को 60 हजार रुपए ले लिए. इसके बाद लड़केवालों ने 50 हजार रुपए बबीता के सतना जिले के बैंक ऑफ बड़ौदा के खाते में जमा कराए. रुपए देने के बाद दीक्षित परिवार शादी की तैयारियों में जुट गया. इसके बाद आरोपियों ने बहाने से एक लाख पंद्रह हजार और ले लिए.
ये झूठ बोलकर रोक दी शादी
जानकारी के मुताबिक, शादी से एक दिन पहले 28 नवंबर को लड़कियों की मां ने दीक्षित परिवार को मोबाइल पर बताया कि जेठ का निधन हो गया है. इस वजह से शादी नहीं हो सकेगी. इसके बाद दूसरे दिन दीक्षित परिवार के सदस्य उनके दुख में शामिल होने सतना पहुंचे. यहां पता चला कि जिस मकान में बबीता तिवारी से मुलाकात हुई थी, वो किराए का था, जिसे उसने खाली कर दिया. यह भी पता चला कि बबीता की लड़कियां भी नहीं हैं.